Sunday, 11 September 2011

Khichi-Rajput



Rajput Clan of KHICHI                    :-      Agnivanshi



  1. Descended from  :-     Chauhan



  1. Branches:              :-      24



  1. Princely states     :-      None


  1. Khichi Rajput       :-      Birth or History Place- Jayal


बात राजा महाराजाऔ के समय की है। जायल गाँव कि जागीरी खीचीयो के पास थी । वहा के ठाकुर जीन्दराव खीची थे जिन्दराव खींची बहोत प्रतापी और दरियादिली ठाकुर थे एसा कहते है कि वो हर दिन आधे गाव को भोजन करवाते थे और वो भगवान लक्ष्मण के बडे भगत थे। एक दिन भगवान लक्ष्मण खुश होकर जीन्दराव खींची को दर्शन दिए और कहा कि मैं तेरी भक्ति से खुश हूं तुझे जो चाहिए वह मांग तब जिंद राव खींची ने कहा कि भगवान आपने मुझे दर्शन दे दिए वही बहुत है मुझे कुछ नहीं चाहिए तब लक्ष्मण भगवान ने कहा कि मैं तेरे साथ हूं इतना कहकर लक्ष्मण भगवान वहां से अदृश्य हो गए फिर एक बार की बात है जब धांधल जी राठौड़ के वहां खुद लक्ष्मण भगवान ने पाबूजी के रूप में उवतार लिया पाबूजी की मां जो कि केसर कालवी घोड़ी बन कर आई थी एक बार देवल चारणी के घर पर जिंद राव खींची ने केसर कालवी घोड़ी को देखा तो घोड़ी उसे पसंद आ गई और उन्होंने घोड़ी के पैसे दे दिए और कहा कि मैं थोड़े दिन बाद में इसे लेकर जाऊंगा लेकिन उससे पहले ही पाबूजी देवल चारणी के पास जाकर केसर कालवी घोड़ी ले ली देवल चारणी ने पाबूजी से कहा कि यह घोड़ी जिंद राव खींची ने पहले ही ले लिया कोई दूसरी घोड़ी ले लो लेकिन पाबूजी नहीं माने और घोड़ी लेकर चले गए यह बात जब जिंद राव खींची को पता चली तो उसे गुस्सा आया उसने एक दिन वहां से गुजर रहे पाबूजी के बड़े भाई बुडोजी को रोका और तलवार उनके गर्दन पर रख दी तब बुडोजी ने डर कर कहा कि मैं आपको केसर कालवी घोड़ी दूंगा नीमली नाड़ी दूंगा चांदा डेंबा भील दूंगा झालरिया खेत दूंगा और मेरी बहन पेमल को आपसे परणआऊंगा लेकिन जिंद राव की जब शादी करने गए तो उन्हें ना ही केसर कालवी घोड़ी दी और ना ही जो वचन दिए थे वह पूरे कीये तब जिंद राव खींची को और भी गुस्सा आ गया और वह देवल चारणी की गाय लेकर चले गए फिर  खींची और राठौड़ों के मध्य युद्ध हुआ जिसमें काफी लोग शहीद हुए राठौड़ गाय छुड़वा कर ले गए कुछ लोग ऐसा कहते हैं कि पाबूजी हवा में उड़कर स्वर्ग लोग चले गए और कुछ कहते हैं कि वह वीरगति को प्राप्त हो गए उसके बाद बुडो जी के बड़े बेटे रूप दास जी ने जिंद राव खींची को धोखे से महल में सो रहे पर वार किया और उन्हें मार दिया इतिहास जानने से पहले इतिहास का शुद्धिकरण जरूरी है

  1. Khichi Fort  of  Jayal



  • Jayal Yuvraj   -       Mahaveer Singh Khichi
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MSK




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